डॉक्टरों के अनुसार सबसे पहले चॉकलेट और चॉकलेट उत्पादों में मूड के लिए जिम्मेदार हार्मोन- सेरोटोनिन, एंडोर्फिन और डोपामाइन होते हैं।
चॉकलेट खाने से शरीर को कुछ खास फायदे हो सकते हैं। इसका प्रमाण यूएस नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन से मिलता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, चॉकलेट में भारी मात्रा में पदार्थ होते हैं जो स्वास्थ्य पर लाभकारी प्रभाव डालते हैं। सबसे पहले, इसमें मूड के लिए जिम्मेदार हार्मोन - सेरोटोनिन, एंडोर्फिन और डोपामाइन होते हैं, जिन्हें "खुशी का हार्मोन" कहा जाता है।
वैज्ञानिक कहते हैं, "चॉकलेट कुछ न्यूरोट्रांसमीटर सिस्टम, जैसे डोपामाइन, सेरोटोनिन और एंडोर्फिन (कोको और चॉकलेट में पाया जाता है) के साथ बातचीत कर सकता है, जो भूख को नियंत्रित करने और मूड में सुधार करने में मदद करता है।"
इसके अलावा, शोधकर्ताओं का कहना है कि कच्चा कोको दिल के लिए अच्छा होता है। इसमें फ्लेवनॉल्स, पौधों के यौगिक होते हैं जो माना जाता है कि हृदय में रक्त परिसंचरण में सुधार, निम्न रक्तचाप और कुछ मामलों में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं।
चॉकलेट खाने से अल्जाइमर रोग या पार्किंसंस रोग का खतरा भी कम हो जाता है। सभी फ्लेवनॉल आसानी से ऑक्सीडेटिव तनाव और अन्य सेलुलर क्षति से रक्षा कर सकते हैं, उम्र के साथ किसी व्यक्ति की सभी संज्ञानात्मक क्षमताओं को पूरी तरह से संरक्षित कर सकते हैं।